नेयमार फिर बाहर: ब्राज़ील की योजनाएँ बदलती दिखीं
ब्राज़ील के सबसे बड़े सितारे नेयमार एक बार फिर चोटिल होकर टीम से बाहर हैं। जांघ में खिंचाव के कारण वह कोलंबिया और अर्जेंटीना के खिलाफ आने वाले वर्ल्ड कप क्वालिफायर नहीं खेल पाएंगे। यह चोट 2 मार्च को सैंटोस बनाम ब्रागांतिनो मैच में लगी, जब वह पहला हाफ पूरा भी नहीं कर सके और उन्हें बाहर लेना पड़ा। इसके बाद वह साओ पाउलो स्टेट चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में कोरिंथियंस के खिलाफ भी नहीं खेले।
ब्राज़ील के कोच डोरिवाल जूनियर ने ब्राज़ील फुटबॉल कन्फेडरेशन (CBF) के जरिए जारी वीडियो में साफ किया कि नेयमार के साथ मैनचेस्टर सिटी के गोलकीपर एडर्सन और फ्लामेंगो के डिफेंडर डैनिलो भी फिट नहीं हैं। तीनों की जगहें तुरंत भरी गईं—रियल मैड्रिड के युवा स्ट्राइकर एंड्रिक को नेयमार की जगह बुलाया गया, ल्यों के लुकास पेरी एडर्सन की जगह आएंगे और डैनिलो की जगह फ्लामेंगो के एलेक्स सैंड्रो शामिल किए गए।
यह झटका ऐसे वक्त आया है जब नेयमार करीब डेढ़ साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी की दहलीज पर थे। अक्टूबर 2023 में उरुग्वे के खिलाफ मैच में उनके बाएँ घुटने के एसीएल और मेनिस्कस फट गए थे। लंबी रिकवरी के बाद जनवरी ट्रांसफर विंडो में वह अपने पहले क्लब सैंटोस लौटे और धीरे-धीरे मैच फिटनेस हासिल कर रहे थे। ठीक तभी जांघ की यह नई समस्या उभर आई।
नेयमार के करियर में चोटें बार-बार कहानी बदलती रही हैं—2014 वर्ल्ड कप में पीठ की हड्डी में चोट, 2018 में मेटाटार्सल फ्रैक्चर, 2019 में टखने की लिगामेंट समस्या, और 2023 का बड़ा घुटना ऑपरेशन। हर बार वापसी की कोशिश हुई, लेकिन अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर की रफ्तार और क्लब-देश की दोहरी जिम्मेदारी ने उनकी राह मुश्किल की है।
टीम पर असर साफ है। नेयमार सिर्फ गोल नहीं देते, वह बीच से खेल बनाते हैं, फाउल खींचते हैं और विरोधी डिफेंस को गलतियाँ करने पर मजबूर करते हैं। बिना उनके ब्राज़ील को प्लेमेकिंग की जिम्मेदारी बाँटनी पड़ेगी। डोरिवाल जूनियर को अब विंगर्स और फॉल्स-नाइन के कॉम्बिनेशन के साथ प्रयोग करना पड़ सकता है—ऐसे में विनीसियस जूनियर, रोड्रिगो, रफीन्या, गेब्रियल मार्टिनेली जैसे विकल्प अहम हो जाते हैं।
एंड्रिक की एंट्री चर्चित है। कम उम्र में भी उन्होंने बड़े मंच पर नर्व नहीं दिखाई है। स्प्रिंट, बॉक्स के अंदर पोजिशनिंग और एक-टच फिनिशिंग उनकी पहचान है। नेयमार जैसे अनुभवी प्लेमेकर का डायरेक्ट रिप्लेसमेंट कोई नहीं हो सकता, लेकिन एंड्रिक की मौजूदगी से ब्राज़ील को पेनल्टी बॉक्स में ताजगी और डायरेक्ट थ्रेट मिलेगा। सवाल बस इतना है कि उन्हें शुरुआत से उतारा जाएगा या आखिरी आधे घंटे में मैच-चेंजर की तरह इस्तेमाल किया जाएगा।
गोलकीपर पोजिशन में भी बदलाव दिलचस्प है। एडर्सन बाहर हैं, और उनकी जगह लुकास पेरी आए हैं। पेरी के पास यूरोपीय क्लब स्तर पर हालिया अनुभव है और वह शॉट-स्टॉपिंग में भरोसेमंद रहे हैं। बैकलाइन में डैनिलो की गैरमौजूदगी राइट-साइड के संतुलन पर असर डाल सकती है, जहाँ एलेक्स सैंड्रो के आने से कोच को डिफेंसिव सॉलिडिटी के साथ बिल्ड-अप का नया पैटर्न आज़माना होगा।
क्वालिफाइंग टेबल पर ब्राज़ील फिलहाल पांचवें स्थान पर है—जो अलार्म तो नहीं, लेकिन चेतावनी जरूर है। 2026 वर्ल्ड कप के लिए दक्षिण अमेरिका से छह टीम सीधे जाएँगी और सातवीं प्लेऑफ खेलेगी। गणित कहता है कि जगह मिल सकती है, लेकिन फॉर्म और भरोसा वापस लाने के लिए मार्च की डबल-हेडर सीरीज़ अहम है। कोलंबिया मज़बूत और संगठित है, जबकि अर्जेंटीना टेबल टॉपर के तौर पर घर में बेहतरीन मोमेंटम के साथ उतरेगा।
डोरिवाल जूनियर के लिए यह सिर्फ स्क्वॉड मैनेजमेंट का नहीं, ड्रेसिंग रूम के माइंडसेट का भी इम्तिहान है। नेयमार जैसे बड़े नाम की गैरहाजिरी में आवाज़ कौन उठाएगा? क्या मिडफ़ील्ड से कोई प्लेमेकर—जैसे डीप-लाइंग क्रिएटर—अधिक जिम्मेदारी लेगा, या विंग्स से कट-इन करके मौके बनाए जाएँगे? कोच हालिया ट्रैनिंग सेशंस में हाई-प्रेस और छोटे-छोटे त्रिकोण बनाकर आगे बढ़ने पर ज़ोर दे रहे हैं, ताकि टीम एक स्टार पर निर्भर न लगे।
ब्राज़ील के लिए मौके बने रहने की कुंजी शुरुआत के 20 मिनट होंगे। कोलंबिया के खिलाफ अगर टीम जल्दी टेम्पो पकड़ लेती है तो मिडफ़ील्ड पर पकड़ बनती है और फाउल्स ड्रॉ करके सेट-पीस से फायदा निकाला जा सकता है। वहीं अर्जेंटीना के खिलाफ ब्यूनस आयर्स में धैर्य बड़ा हथियार होगा—वहाँ भीड़ और माहौल दबाव बनाते हैं, ऐसे में पजेशन के छोटे-छोटे स्पेल और काउंटर के सही टाइमिंग फर्क डालेंगे।
सैंटोस के लिए भी यह खबर हल्की नहीं है। क्लब ने जनवरी में नेयमार को वापस लाकर एक भावनात्मक और रणनीतिक दांव खेला था—स्टैंड्स भर रहे थे, जर्सी बिक रही थीं, और टीम को मैदान पर लीडर मिला था। अब क्लब को उनकी रिकवरी फिर सँभालनी होगी, ताकि वे जल्द से जल्द बिना जोखिम के लौट सकें। CBF की मेडिकल टीम और सैंटोस का स्टाफ मिलकर जांघ की चोट की ग्रेडिंग, लोड मैनेजमेंट और टाइमलाइन तय करेंगे।
फैंस के लिए सबसे बड़ा सवाल यही है—कब लौटेंगे? अभी किसी ने सटीक तारीख नहीं दी है। जांघ की मसल्स चोटों में जल्दबाज़ी उलटा पड़ती है और दोबारा खिंचाव का खतरा बढ़ता है। लॉजिक कहता है कि नेयमार को धीरे-धीरे मैच रिद्म में लाया जाएगा—ट्रैनिंग पिच से शुरू होकर सीमित मिनट्स, फिर स्टार्ट्स। देश को उनकी ज़रूरत है, लेकिन पूरी तरह फिट नेयमार की ज़रूरत है।
क्वालिफायर पर असर, एंड्रिक से उम्मीदें
मार्च विंडो का शेड्यूल टाइट है और गलती की गुंजाइश कम। ब्राज़ील को पाँचवें से ऊपर उठने के लिए लगातार पॉइंट्स चाहिए, और वह भी ऐसे विपक्षियों के खिलाफ जो शारीरिक खेल और ट्रांजिशन में तेज़ हैं। इस खिड़की में गोल्स की जिम्मेदारी बाँटी-बाँटी उठानी होगी—विनीसियस के रन, रोड्रिगो की लिंक-अप प्ले, रफीन्या की वाइड थ्रेट और एंड्रिक की पेनल्टी बॉक्स इंस्टिंक्ट—यही मिश्रण टीम की राह आसान करेगा।
- कोलंबिया बनाम ब्राज़ील: 20 मार्च, ब्राज़ील मेजबान
- अर्जेंटीना बनाम ब्राज़ील: 25 मार्च, ब्यूनस आयर्स
- स्क्वॉड अपडेट: एंड्रिक (नेयमार की जगह), लुकास पेरी (एडर्सन की जगह), एलेक्स सैंड्रो (डैनिलो की जगह)
अगर ब्राज़ील इस डबल हेडर से चार या उससे ज़्यादा पॉइंट निकाल लेता है, तो टेबल में उछाल मिल सकता है और जून की विंडो से पहले दबाव घटेगा। कम पॉज़िटिव रिजल्ट की स्थिति में आलोचना बढ़ेगी, और तब नेयमार की वापसी का टाइमलाइन और भी सूक्ष्मता से देखा जाएगा। अभी के लिए संदेश साफ है—टीम को सामूहिक खेल से कमी पूरी करनी है और यह साबित करना है कि पहचान एक खिलाड़ी पर टिके बिना भी कायम रह सकती है।
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